रह न जाए अबके फीका रंग होली में
हर कली खेलेगी अबके जंग होली में
हर खता हर दूरियां हम भूल जायेंगे
सब रहेंगे साथ मिलकर मुस्करायेंगे
सबको सिखायेंगे नया, ये ढंग होली में
रह न जाए अबके ............................
दोस्तों अब दोस्ती ऐसे निभाएंगे
दुश्मनों से दुश्मनी भी भूल जायेंगे
दिल में रहेगी ऐसी कुछ उमंग होली में
रह न जाए अबके ............................
रह रह के मेरा मन उन्हें भी याद करता है
हर घडी मिलने के ही फ़रियाद करता है
उड़ने दो अपने प्यार की पतंग होली में
रह न जाए अबके ............................
एच डी, उठो इस जगत को आदित्य से भर दो
थामकर अपनी कलम साहित्य से भर दो
न कोई दारू, न कोई भंग होली में
रह न जाए अबके ............................
हर कली खेलेगी अबके जंग होली में
हर खता हर दूरियां हम भूल जायेंगे
सब रहेंगे साथ मिलकर मुस्करायेंगे
सबको सिखायेंगे नया, ये ढंग होली में
रह न जाए अबके ............................

दुश्मनों से दुश्मनी भी भूल जायेंगे
दिल में रहेगी ऐसी कुछ उमंग होली में
रह न जाए अबके ............................
रह रह के मेरा मन उन्हें भी याद करता है
हर घडी मिलने के ही फ़रियाद करता है
उड़ने दो अपने प्यार की पतंग होली में
रह न जाए अबके ............................
एच डी, उठो इस जगत को आदित्य से भर दो
थामकर अपनी कलम साहित्य से भर दो
न कोई दारू, न कोई भंग होली में
रह न जाए अबके ............................
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